22 दिसंबर को प्रस्तावित प्रारंभिक परीक्षा के लिए दाशया में हुई मैराथन बैठक
प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की पीसीएस-2024 (प्रारंभिक) परीक्षा 22 दिसंबर को प्रदेश के 75 जनपदों में आयोजित होगी। परीक्षा अध्यादेश के केंद्र निर्धारण मानक के अनुसार परीक्षा केंद्रों का चयन लगभग पूरा हो चुका है। मंगलवार को आयोग में सभी जिलों के नोडल अधिकारियों और उनके प्रतिनिधियों के साथ केंद्र निर्धारण को लेकर मैराथन बैठक हुई। इसमें परीक्षा अध्यादेश के प्रविधानों के तहत एक दिवस में परीक्षा आयोजन को लेकर गहन चचर्चा हुई। आयोग को 10 दिसंबर तक प्रवेशपत्र भी जारी करना है। ऐसे में अगले तीन से चार दिनों में केंद्रों को अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
केंद्र निर्धारण मानकों के कड़े मानकों के कारण आयोग ने दो दिन में परीक्षा के आयोजन का निर्णय पहले लिया था, लेकिन प्रतियोगियों के आंदोलन के बाद आयोग ने एक दिवस में परीक्षा का निर्णय लेते हुए 22 दिसंबर की तिथि तय की थी। इसमें बड़ी चुनौती 5,76,154 अभ्यर्थियों के लिए केंद्र तलाशना था। कारण यह था कि एक दिन में परीक्षा कराने के लिए 1758 केंद्रों की आवश्यकता थी पर आयोग को पूर्व में मात्र 978 केंद्रों की ही सहमति मिली थी। पीसीएस को विशिष्ट परीक्षा मानते हुए मुख्यालय से दस किलोमीटर दूरी की बाध्यता शासन द्वारा खत्म किए जाने से आसानी हो गई। आयोग ने केंद्रीय विश्वविद्यालय, राज्य विश्वविद्यालयों, तकनीकी संस्थानों, राजकीय मेडिकल कालेज व वित्त पोषित डिग्री कालेजों को केंद्र बनाने का निर्णय लिया। संशोधित गाइडलाइन के अनुसार सभी जिलाधिकारियों से केंद्रों की सहमति मांगी गई थी। अब केंद्रों का चयन जिलाधिकारी के नेतृत्व में गठित समिति द्वारा किया जा रहा है। मुख्य मार्ग पर स्थित और यातायात व्यवस्था सुगम वाले विद्यालयों शिक्षण संस्तानों को प्राथमिकता दी गई है। बैठक के बाद स्पष्ट हो गया है कि आयोग 22 दिसंबर को 75 जिलों में परीक्षा की तैयारी कर चुका है।
आरओ-एआरओ पर निर्णय की प्रतीक्षा पीसीएस प्री की तैयारी तेजी से हो रही है,
लेकिन आरओ-एआरओ (प्रारंभिक) परीक्षा-2023 पर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है। आयोग अभी तक नहीं तय कर पाया है कि इस परीक्षा का प्रारूप क्या होगा। प्रारूप तय करने के लिए गठित चार सदस्यीय समिति किसी निर्णय तक नहीं पहुंची है। इन स्थितियों में दिसंबर में परीक्षा की तिथि घोषित होना मुश्किल है
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अपर निजी सचिव भर्ती के अटके परिणाम जारी करने की मांग
प्रयागराज: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित "अपर निजी सचिव भतीं- 2023" (स्किल टेस्ट) के द्वितीय चरण की परीक्षा तथा अपर निजी सचिव-2013 (कंप्यूटर परीक्षा) का परिणाम शीघ्र जारी करने की मांग प्रतियोगी छात्रों ने की है। आयोग के अध्यक्ष को लिखे पत्र में प्रतियोगी छात्रों ने कहा कि इस भर्ती के लिए लगभग दस वर्षों के बाद विज्ञापन जारी हुआ था। आयोग ने इस भतीं प्रक्रिया की शुरुआत से लेकर प्रथम चरण की परीक्षा और परिणाम तथा द्वितीय चरण की परीक्षा के आयोजन में तेजी दिखाई थी, लेकिन अब तक द्वितीय चरण के परीक्षा परिणाम का इंतजार किया जा रहा है। अभ्यर्थियों का कहना है कि पिछले पांच महीनों से वे आयोग की वेबसाइट पर इस आशा में विजिट कर रहे हैं कि परीक्षा परिणाम जारी किया जाएगा, लेकिन अभी तक कोई परिणाम घोषित नहीं हुआ है। अभ्यर्थियों ने यह भी उल्लेख किया कि "अपर निजी सचिव भर्ती 2013" की तृतीय चरण की परीक्षा, अर्थात् कम्प्यूटर परीक्षा का आयोजन अब तक नहीं किया गया है, जबकि इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने आयोग को निर्देशित किया है कि अगले चरण की परीक्षा आयोजित की जाए और भतीं प्रक्रिया को पूरा किया जाए।
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